मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में सम्मिलित हुए, मेधावी विद्यार्थियों को मेडल तथा उपाधि प्रदान किये
जनपत की खबर Nov 17, 2025 at 09:10 PM , 47यह केवल पासआउट बैच का दीक्षान्त समारोह नहीं,
बल्कि इण्डिया ट्रान्सफॉर्मिंग जेनरेशन का उदाहरण : मुख्यमंत्री
दीक्षान्त समारोह भारत की प्राचीन गुरुकुल
प्रणाली के समावर्तन समारोह का परिवर्तित रूप
बाबू बनारसी दास स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सुयोग्य
राजनेता, उन्होंने देश की आजादी के लिए अग्रिम पंक्ति में
खड़े होकर स्वतंत्रता के अभियान को नयी ऊंचाईयां प्रदान की
प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत का विजन तभी साकार होगा, जब
उ0प्र0 विकसित होगा, इसके लिए सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा
जन सहभागिता के परिणामस्वरूप आज भारत सरकार की योजनाओं में उ0प्र0 टॉप-थ्री में
बी0बी0डी0 यूनिवर्सिटी स्केल और स्किल के बेहतरीन समन्वय का केन्द्र बिन्दु
बी0बी0डी0 विश्वविद्यालय ने एकेडमिक एक्विटिज के साथ-साथ
स्पोर्ट्स को जोड़ते हुए विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया
प्रधानमंत्री जी ने खेल को बढ़ावा देने और लोगों की दिनचर्या का हिस्सा
बनाने के उद्देश्य से ‘खेलो इण्डिया’ तथा ‘फिट इण्डिया मूवमेण्ट’ चलाया
प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में भारत की विकास यात्रा को पूरा विश्व
अंगीकार कर रहा, प्रत्येक भारतवासी को गौरव की अनुभूति करनी चाहिए
‘डिजिटल इण्डिया मिशन’ के अन्तर्गत शासन की योजनाओं का लाभ
डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे लाभार्थी के खाते में प्रदान किया जा रहा
स्टार्ट-अप इण्डिया, स्टैण्ड-अप इण्डिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
जैसी अनेक योजनाओं से युवाओं की आकांक्षाओं को नये पंख मिले
रोबोटिक्स के माध्यम से युवाओं, अन्नदाता किसानों, श्रमिकों
तथा विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों की सहायता कर सकते
प्रदेश सरकार ने अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की
नीति अपनाकर कानून-व्यवस्था का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत किया
लखनऊ : 17 नवम्बर, 2025
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय के दीक्षान्त समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए। उन्होंने दीक्षान्त समारोह का शुभारम्भ करने के उपरान्त विश्वविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को मेडल तथा उपाधि प्रदान किये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह केवल पासआउट बैच का दीक्षान्त समारोह नहीं, बल्कि इण्डिया ट्रान्सफॉर्मिंग जेनरेशन का उदाहरण है। उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की विजनरी लीडरशिप में भारत के विकास को नई गति मिलेगी। दीक्षान्त समारोह भारत की प्राचीन गुरुकुल प्रणाली के समावर्तन समारोह का परिवर्तित रूप है। भारत की प्राचीन परम्परा में शिक्षा पूर्ण कर जब कोई स्नातक गुरुकुल से बाहर निकलता था, तब कुलगुरु द्वारा विद्यार्थी को दीक्षा उपदेश दिया जाता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गुरुकुल प्रणाली में प्रत्येक विद्यार्थी को ‘सत्यं वदः धर्मं चरः’ अर्थात जीवन में सत्य बोलना और धर्म का आचरण करना, किसी भी अच्छे कार्य के लिए प्रमाद न करना, सदैव स्वयं को तैयार करना, कर्तव्यों का सत्य-निष्ठा से अनुपालन करना तथा जीवन में अपने से बड़े लोगों का सम्मान करने की शिक्षा दी जाती थी। ‘मातृ देवो भवः, पितृ देवो भवः, आचार्य देवो भवः, अतिथि देवो भवः’ के भाव का संस्कार सदैव हमारे मन में बना रहना चाहिए। कृतज्ञता का भाव हमारी पहचान बननी चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारत के गुरुकुल से शिक्षा पूर्ण कर जब कोई स्नातक बाहर निकलता था, तब भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित पाता था। भारत उस समय दुनिया की सबसे बड़ी ताकत थी। दुनिया भारत का अनुसरण करती थी। जब हम दुनिया का अनुसरण करने लगे, तो हमारी ताकत भी उसी प्रकार से कम होती गयी।
मुख्यमंत्री जी ने उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि दीक्षान्त समारोह आपके जीवन का महत्वपूर्ण पड़ाव है। यहां प्राप्त शिक्षा का उपयोग आप भविष्य में कर सकेंगे। ‘अयोग्यः पुरुषः नास्ति, योजकस्त्र दुर्लभः’ अर्थात् कोई भी व्यक्ति अयोग्य नहीं है, केवल एक योग्य योजक चाहिए। वह योग्य योजक संस्थान, आचार्यगण, अभिभावक तथा बॉस हो सकते हैं। आप स्वयं भी आने वाली पीढ़ी के योजक बन सकते हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यार्थीगण विपरीत परिस्थितियों में भी बिना धैर्य तथा संतुलन खोये अडिग होकर आगे बढ़ेंगे, सफलता आपके चरण चूमेंगी। जीवन में सफलता के दो मार्ग हैं। हम समाधान की ओर जाएंगे, तो सफलता प्राप्त होगी और समस्या की ओर जाएंगे, तो कभी सफल नहीं हो सकते। समाधान का मार्ग सामूहिक प्रयास से प्रशस्त होता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बाबू बनारसी दास जैसी विभूति के नाम पर इस विश्वविद्यालय का नाम रखा गया है। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सुयोग्य राजनेता थे। उनका जीवन संघर्षों से तपा था। उन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़े होकर स्वतंत्रता के अभियान को नयी ऊंचाईयां प्रदान की। उन्होंने देश की आजादी में स्वयं को समर्पित कर दिया। स्वतन्त्र भारत में उत्तर प्रदेश को बेहतर बनाने के लिए हमेशा कार्य करते रहे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान की। अभिभावक के रूप में उनका मार्गदर्शन प्रदेशवासियों को प्राप्त हुआ था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्व0 अखिलेश दास जी ने अपने पूर्वजों की स्मृतियों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ते हुए लखनऊ में विश्वविद्यालय जैसा संस्थान स्थापित किया। उनके प्रति श्रद्धा का भाव हमारे अन्तःकरण में होना चाहिए। बी0बी0डी0 विश्वविद्यालय ने एकेडमिक एक्विटिज के साथ-साथ स्पोर्ट्स को भी जोड़ते हुए विभिन्न कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है। खेल की दृष्टि से विश्वविद्यालय परिसर में स्पोर्ट्स एकेडमी, स्टेडियम, बैडमिण्टन एकेडमी होना बड़ी उपलब्धि है। इसका प्रत्यक्ष लाभ विश्वविद्यालय के खिलाड़ियों तथा प्रदेशवासियों को प्राप्त हो रहा है। स्व0 अखिलेश दास जी जब केन्द्रीय मंत्री थे, तब उनका सहज व सरल व्यवहार, विकास, शिक्षा व समाजसेवा के प्रति उनके सकारात्मक भाव को देखने का अवसर मिलता था। यह संस्थान उनके समग्र भावों को नई ऊंचाईयां प्रदान कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में नये भारत ने लम्बी छलांग लगाई है। भारत जिस उत्साह व उमंग के साथ आगे बढ़ रहा है, वह हमें नई प्रेरणा प्रदान करता है। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जी ने खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘खेलो इण्डिया’ अभियान चलाया। ‘फिट इण्डिया मूवमेण्ट’ तथा सांसद खेलकूद प्रतिस्पर्धा के माध्यम से खेलकूद के प्रति लोगों के मन में भाव उत्पन्न करने हेतु प्रेरणा प्रदान की। परिणामस्वरूप, आज स्पोर्ट्स लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में विगत 11 वर्षों से चल रही भारत की विकास यात्रा को पूरा विश्व अंगीकार कर रहा है। प्रत्येक भारतवासी को इस विकास यात्रा पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए। लोगों में व्याप्त हताशा और निराशा को आशा और उत्साह में बदलने का कार्य किया जा रहा है। वर्ष 2014 के बाद भारत ने छोटे-छोटे प्रयोग कर उसके सकारात्मक परिणाम दुनिया के सामने लाया है। प्रधानमंत्री जी ने सकारात्मक दृष्टि अपनाते हुए प्रत्येक गरीब के जीरो बैलेन्स बैंक अकाउण्ट खुलवाये। उसके बाद ‘डिजिटल इण्डिया मिशन’ के माध्यम से शासन की योजनाओं का लाभ डी0बी0टी0 के माध्यम से सीधे लाभार्थी के खाते में प्रदान किया जा रहा है। इसके अन्तर्गत लगभग 50 करोड़ लोग विभिन्न योजनाओं से आच्छादित हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्व0 राजीव गांधी जी ने चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा था कि जब हम गरीब के पास 01 रुपया भेजते हैं, तो 15 पैसे ही पहुंच पाता है। शेष पैसा बीच में गायब हो जाता है। भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार करते हुए डिजिटल पेमेण्ट के माध्यम से आज समस्त योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी के खाते में प्रदान किया जा रहा है। डिजिटल इण्डिया मिशन के साथ-साथ युवाओं के लिए स्टार्ट-अप इण्डिया, स्टैण्ड-अप इण्डिया, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जैसी अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इससे युवाओं की आकांक्षाओं को नये पंख मिले हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब कोविड जैसी महामारी के समक्ष पूरी दुनिया नतमस्तक थी, तब भारत बेहतर कोविड प्रबन्धन के साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर रहा था। हमारे पास स्केल है, जिसे स्किल में बदलना है। प्रधानमंत्री जी ने वर्ष 2020 में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ के माध्यम से स्केल को स्किल के साथ जोड़ते हुए भारत को दुनिया की सबसे बड़ी स्किल पावर के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया। भारत दुनिया का सबसे बड़ा युवा राष्ट्र है। देश की 56 प्रतिशत आबादी वर्क फोर्स अर्थात् कामकाजी है। उनकी अपनी आकांक्षाएं तथा सपने हैं, जिन्हें पूरा करने हेतु संस्थानों को तैयार रहना चाहिए। जब हम दुनिया से दस कदम आगे की सांच लेकर चलेंगे, तब दुनिया हमारा अनुगमन करेगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0बी0डी0 यूनिवर्सिटी स्केल और स्किल के बेहतरीन समन्वय का केन्द्रबिन्दु है। हमें विभिन्न क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग को आगे बढ़ाने पर विचार करना चाहिए। डेन्टल साइन्सेस, लॉ, मैनेजमेण्ट, पत्र ड्राफ्टिंग आदि क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स उपयोगी हो सकता है। यह आज की आवश्यकता है। हमें ध्यान रखना होगा कि कोई भी तकनीक मनुष्य के द्वारा संचालित होनी चाहिए, न कि मनुष्य उसके द्वारा संचालित होने लगे। इस खतरे से बचना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि रोबोटिक्स के क्षेत्र में भारत ने लम्बी छलांग लगाई है। रोबोटिक्स के माध्यम से युवाओं, अन्नदाता किसानों, श्रमिकों तथा विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोगों की सहायता कर सकते हैं। बी0बी0डी0 के इन्जीनियरिंग इन्स्टीट्यूट को इस दिशा में नए प्रयास करने होंगे। रोबोटिक्स का प्रयोग कर विभिन्न क्षेत्रों में जनहानि रोकी जा सकती है। कई बार सफाईकर्मी मेन होल की सफाई करते समय अमोनिया और मीथेन गैस की चपेट में आकर दम तोड़ देते है। तकनीक का प्रयोग करते हुए रोबोट को तैयार कर सीवर लाइन और मेन होल की सफाई की जा सकती हैं। इससे जनहानि रुकेगी तथा कार्य आसानी से होगा। उन्होंने अनुशासन, प्रदूषण, नैतिक कर्तव्यों तथा टै्रफिक के नियमों का उल्लंघन न करने जैसे विषयों पर भी चर्चा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश ने ए0आई0 के डाटा सेंटर, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी तथा रोबोटिक ड्रोन टेक्नोलॉजी के हब के रूप में स्वयं को स्थापित किया है। बी0बी0डी0 विश्वविद्यालय इमर्जिंग टेक्नोलॉजी को अपना पार्ट बनाए। यहां शॉर्ट टर्म कोर्सेज प्रारम्भ किये जाएं। तीन माह, छह माह तथा एक वर्ष के सर्टिफिकेट कोर्सेज, डिप्लोमा कोर्सेज, ड्रोन टेक्नोलॉजी, रोबोटिक ए0आई0 के क्षेत्रों में कार्य प्रारम्भ किये जाएं। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी जॉब कट नहीं करती, बल्कि नए अवसर प्रदान करती है। वर्ष 1990 के दशक के प्रारम्भ में कंप्यूटर के प्रचलन से रोजगार कम नहीं हुए, बल्कि विभिन्न सेक्टरों में रोजगार के नये अवसर उत्पन्न हुए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बी0बी0डी0 संस्थान युवाओं को टेक्नोलॉजी के साथ-साथ संस्कारों से भी जोड़े, जिससे विकसित भारत का निर्माण किया जा सके। प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत का विजन तभी साकार होगा, जब उत्तर प्रदेश विकसित होगा और विकसित उत्तर प्रदेश का सपना तब साकार होगा, जब सभी मिलकर सामूहिक प्रयास करेंगे। 08 वर्ष पूर्व लोग कहते थे कि उत्तर प्रदेश नहीं सुधर सकता। भारत सरकार के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश का नाम बॉटम फाइव में रहता था। कोई भी स्कीम तब तक सफल नहीं हो सकती, जब तक उसमें जन सहभागिता नहीं होती। जन सहभागिता के परिणामस्वरूप आज भारत सरकार की योजनाओं में उत्तर प्रदेश टॉप-थ्री में रहता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश के युवाओं के समक्ष पहचान का संकट था। किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर थे। बेटियां तथा व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। नौजवान आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए काम तलाश रहे थे। अच्छे शिक्षण संस्थानों का अभाव था। प्रदेश में नया निवेश नहीं आ रहा था। निवेशक पलायन कर रहे थे। प्रधानमंत्री जी के ‘सबका साथ सबका विकास’ के मंत्र के साथ प्रदेश सरकार ने अपराध और भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कानून-व्यवस्था का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत किया। परिणामस्वरूप पर्व और त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाए जा रहे हैं। प्रदेश में विगत 08 वर्ष में 45 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1950 में उत्तर प्रदेश का भारत की अर्थव्यवस्था में 14 प्रतिशत योगदान था, जो वर्ष 2017 में घटकर 08 प्रतिशत से कम रह गया था। प्रदेश सरकार ने निवेशकों एवं व्यापारियों को सुरक्षा की गारण्टी प्रदान की। ईज़ ऑफ डूइंर्ग बिजनेस में उत्तर प्रदेश 14वें स्थान पर था। मात्र दो वर्ष में सरकार के प्रयासों से उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर पहुंच गया। आज देश में उत्तर प्रदेश की गिनती टॉप अचीवर स्टेट के रूप की जाती है। सरकार की पॉलिसी सभी के लिए एक समान होनी चाहिए। राज्य सरकार ने प्रदेश में अलग-अलग सेक्टर की 33 सेक्टोरियल पॉलिसीज बनाई।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की लीडरशिप में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारत की रक्षा सेनाओं के पराक्रम को पूरे विश्व ने देखा। यह उत्तर प्रदेश के लिए गौरव का विषय है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में सेना ने जिस ब्रह्मोस मिसाइल का प्रयोग किया, वह लखनऊ में बनी है। यह डिफेन्स मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर का पार्ट है। जब ब्रह्मोस मिसाइल का यह नोड पूरी क्षमता से कार्य करेगा, तो प्रदेश को प्रति वर्ष 300 से 500 करोड़ रुपये की जी0एस0टी0 प्राप्त होगी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रदेश में निर्मित ड्रोनों ने पाकिस्तान के होश उड़ा दिए थे। वह ड्रोन प्रदेश के नौजवानों ने बनाए थे।
इस अवसर पर उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई तथा विश्वविद्यालय की उपलब्धियों से सम्बन्धित लघु फिल्म प्रदर्शित की गयी।
कार्यक्रम को जलशक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह ने भी सम्बोधित किया।
इस अवसर पर बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय लखनऊ की कुलाधिपति श्रीमती अल्का दास, प्रतिकुलाधिपति श्री विराज सागर दास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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